Mustafaa Mustafaa
A. R. Rahman
6:07(अव्वल-अव्वल) (मख़मल-मख़मल) (अव्वल-अव्वल) (मख़मल-मख़मल) परी है तू अव्वल-अव्वल हुस्न तेरा मख़मल-मख़मल मुस्कान तुम्हारी है काफ़ी खिल जाती है मेरे दिल की कली तेरी पायल छम-छम बोल पड़ी मेरी कविता में रस घोल पड़ी वाह जी, वाह जी, वाह जी मेरा जीवन है Shivaji वाह जी, वाह जी, वाह जी मेरा जीवन है Shivaji जाबाँज तू, मुझपे जादू कर दे रे साँसों की मीठी ख़ुशबू मेरी साँसों में भर दे ये कमल मेरे सीने से लगा के घायल मुझको कर दे रे वाह जी, वाह जी, वाह जी मेरा जीवन है Shivaji वाह जी, वाह जी, वाह जी मेरा जीवन है Shivaji परी है तू अव्वल-अव्वल हुस्न तेरा मख़मल-मख़मल उस चाँदनी का महबूब हूँ मैं जिस चाँदनी से मेरा होगा मिलन वो कोई नहीं, तू ही, तू ही मेरी जाँ शहंशाह हो दिल के, प्यार के शहद से सींचो ना शहंशाह हो दिल के, प्यार के शहद से सींचो ना घोर गग सीने पे रह जाओ ना, हमारी पलकों में खो जाओ ना हो, प्यार में बातें कम और काम ही ज़्यादा करमवीर प्यार का वाह जी, वाह जी, वाह जी मेरा जीवन है Shivaji वाह जी, वाह जी, वाह जी मेरा जीवन है Shivaji परी है तू अव्वल-अव्वल हुस्न तेरा मख़मल-मख़मल (पानी में सुराही रंग लाई, रंग लाई तू) (माही, मन माही रे, ऐसा ही एली-एली) (तू ही, ओ, स्वामी, मन माही, सौगुलाही आई रे) इन बातों में बजे शहनाइयाँ तेरे जोबन की इन कलियों में मैंने चुपके, सनम, तुझे-तुझे पाया आँचल में अपने, बलमुआ, धरती बाँधूँगी बावरे बन के मैं, साजन, चाँद के ऊपर नाचूँगी ये तेरा यौवन छलके, बचपन लचके दोनों की तू फूलझड़ी वाह जी, वाह-वाह-वाह-वाह वाह जी, वाह जी, वाह जी मेरा जीवन है Shivaji वाह जी, वाह जी, वाह जी मेरा जीवन है Shivaji तू नासी कोमल-कोमल हुस्न तेरा मख़मल-मख़मल मुस्कान तुम्हारी है काफ़ी खिल जाती है मेरे दिल की कली तेरी पायल छम-छम बोल पड़ी मेरी कविता में रस घोल पड़ी (अव्वल-अव्वल) (मख़मल-मख़मल) (अव्वल-अव्वल) (मख़मल-मख़मल)