Hazir Hain Hum
Hafiz Ahmed Raza Qadri
7:13गुनाहों की आदत छुड़ा मेरे मौला गुनाहों की आदत छुड़ा मेरे मौला मुझे नेक इंसान बना मेरे मौला मुझे नेक इंसान बना मेरे मौला जो तुझको जो तेरे नबी को पसंद है जो तुझको जो तेरे नबी को पसंद है मुझे ऐसा बंदा बना मेरे मौला मुझे ऐसा बंदा बना मेरे मौला मुझे नेक इंसान बना मेरे मौला तू मसजूद मेरा में साजिद हू तेरा आ आ तू मसजूद मेरा में साजिद हू तेरा तू मालिक में बंदा तेरा मेरे मौला तू मालिक में बंदा तेरा मेरे मौला मुझे नेक इंसान बना मेरे मौला तुझे तो खबर है में कितना बुरा हू तुझे तो खबर है मे कितना बुरा हू तुझे तो खबर है मे कितना बुरा हू तू अईबो को मेरे छुपा मेरे मौला तू अईबो को मेरे छुपा मेरे मौला मुझे नेक इंसान बना मेरे मौला मेरी ता क़यामत जो नस्ले हो या रब मेरी ता क़यामत जो नस्ले हो या रब हो सब आशिक़ ए मुस्तफ़ा मेरे मौला हो सब आशिक़ ए मुस्तफ़ा मेरे मौला मुझे नेक इंसान बना मेरे मौला ना मोहताज कर तू जहाँ मे किसी का ना मोहताज कर तू जहाँ मे किसी का मुझे मुफ़लिसी से बचा मेरे मौला मुझे मुफ़लिसी से बचा मेरे मौला मुझे नेक इंसान बना मेरे मौला है काबे पे नज़रे उबैद ए रज़ा की है काबे पे नज़रे उबैद ए रज़ा की हो मक़बूल हर एक दुआ मेरे मौला हो मक़बूल हर एक दुआ मेरे मौला मुझे नेक इंसान बना मेरे मौला