Kaali Gaadi
Amit Saini Rohtakiya
2:55ये हांडे चोर चपेरे ठठरी रे म्हारे 20 साल के कट री रे जो कल तक थे रे गुंडे आज क्यूँ म्हारे नाम ते फट री ये हांडे चोर चपेरे ठठरी रे म्हारे 20 साल के कट री रे जो कल तक थे रे गुंडे आज क्यूँ म्हारे नाम ते फट री रे मक्खा कुण बेठ्या से ऊपर रे वो बंदा से घना सुपर अरे तेरे जिस्या ने आज कल हम फोन फोन पे टांगे से रे यो रोहतक से मेरे भाई रे मने कितनी बे समझाई आड़े तेरे जिसे मीठे रे टोल पे 10 का मांगे से रे यो रोहतक से मेरे भाई रे कदे टोट्टा कर दया सै रे कदे फायदा कर दया सै हम एक फोन पे 200 शूटर पैदा कर दया सै रे हम लगा के कट्टा कान पे नई डिफेंडर था रे सै हम गुंडे सुधारन का सरकारी टेंडर था रे सै खज्ज का कर दे मुफ़त इलाज भज्या जा जित लग भाई भाज हम मानस ने नु काटे रे जानू किकर चेंज सै रे यो रोहतक से मेरे भाई रे मने कितनी बे समझाई आड़े तेरे जिसे मीठे रे टोल पे 10 का मांगे से रे यो रोहतक से मेरे भाई रे जिने पानी मारना आवे वो गोली मार नहीं सकता अरे म्हारे बिना मकडोली टोल कर पार नहीं सकता यो छेली चपटी आला तो रे अफेयर गंदा सै रे जिसपे 307 निं रोहतक में वो रेयर बंदा सै अड़े जब अपने घर में डॉन बज्जे चंडीगढ़ ते फोन फेर तने बेड़ा बोले कौन रे म्हारी लिमिट क्यों लैंगी से रे यो रोहतक से मेरे भाई रे मने कितनी बे समझाई आड़े तेरे जिसे मीठे रे टोल पे 10 का मांगे से रे यो रोहतक से मेरे भाई