Daryaa
Amit Trivedi
4:22माहरू माहरू दिल नू मेरे लागे तू शाम की सेज पे चाँदनी सी जागे तू जागी हो या सोई हो आँखियाँ च तू ही तू सांवां मेरी कहनियाँ जिंद जान तू ही रूह माहरू माहरू अर्ज़ बस ये सुन ले तू यार वे मेरे माहिया छड़ मेनू कदे जाई ना छड़ मेनू कदे जाई ना छड़ मेनू कदे जाई ना छड़ मेनू कदे जाई ना बातों बातों में यूँ ही जज़्बातों में दिल ने कैसा लिया ये फ़ैसला तेरी हो गई मैं तो सब छोड़ के तूने कैसे किया ये जो किया इश्क़ का है ये रंग और ही जिसमें है तूने रंग दिया रूबरू रूबरू हर पल रहना तू देख के बस तुझे चैन आए अखियां नू सूखी सूखी मैं ज़मीन बारिशों का पानी तू लिखा करूँ हर घड़ी है वही कहानी तू माहरू माहरू अर्ज़ बस ये सुन ले तू यार वे मेरे माहिया छड़ मेनू कदे जाई ना छड़ मेनू कदे जाई ना छड़ मेनू कदे जाई ना छड़ मेनू जाई ना माहरू माहरू छड़ मेनू कदे जाई ना माहरू माहरू छड़ मेनू कदे जाई ना माहरू माहरू छड़ मेनू कदे जाई ना माहरू माहरू छड़ मेनू कदे जाई ना