Jane Kyon Dekhta Hai Insaan Aaina

Jane Kyon Dekhta Hai Insaan Aaina

Anuradha Paudwal

Альбом: Shabnam
Длительность: 4:59
Год: 1993
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Текст песни

जाने क्यों देखता है इंसान आईना

जाने क्यों देखता है इंसान आईना
देता नहीं सही जब
देता नहीं सही जब पहेचान आईना
जाने क्यों देखता है इंसान आईना
देता नहीं सही जब
देता नहीं सही जब पहेचान आईना
जाने क्यों देखता है इंसान आईना
जाने क्यों देखता है इंसान आईना

आईना कुछ भी नहीं
आँखों का धोका है
आता है वो नज़र
दिल में जो होता है

आईना और दिल का एक सा फ़साना है
अंजाम इन दोनों का सिर्फ टूट जाना है
जी चाहे तोड़ दू
जी चाहे तोड़ दू बेईमान आईना
जाने क्यों देखता है इंसान आईना
जाने क्यों देखता है इंसान आईना

बेरुखी सी पहले दिलबर
ज़ख्म देके जाती है
काँटों की नोक से फिर
मरहम लगाते है

एक ऐसा आईना हो जिस में
दिल दिखाए हम
उनसे क्या है मेरा रिश्ता
उनको बताये हम
मुझपे अगर हो जाए
मुझपे अगर हो जाए महेरबान आईना
जाने क्यों देखता है इंसान आईना

जाने क्यों देखता है इंसान आईना
देता नहीं सही जब
देता नहीं सही जब पहेचान आईना
जाने क्यों देखता है इंसान आईना
जाने क्यों देखता है इंसान आईना