Mantra : Om Tryambakam Yajamahe Sugandhi Pushti
Harish Bhimadi | Anuradha Paudwal
(ॐ) (ॐ) (ॐ) ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात् ॐ (त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्) (उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्) (ॐ) त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात् ॐ (त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्) (उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्) (ॐ) त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात् ॐ (त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्) (उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्) (ॐ) त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात् ॐ (त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्) (उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्) (ॐ) ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात् ॐ (त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्) (उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्) (ॐ) त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात् ॐ (त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्) (उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्) (ॐ) त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात् ॐ (त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्) (उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्) (ॐ) त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात् ॐ (त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्) (उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्) (ॐ) ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात् ॐ (त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्) (उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्) (ॐ) त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात् ॐ (त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्) (उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्) (ॐ) त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात् ॐ (त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्) (उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्) (ॐ) त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात् ॐ (त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्) (उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्) (ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्) (उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्) (ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्) (उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्) (ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्) (उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्) (ॐ)