O Aaye Tere Bhawan

O Aaye Tere Bhawan

Anuradha Paudwal

Длительность: 5:18
Год: 2008
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Текст песни

ओ, आएँ तेरे भवन, दे दे अपनी शरण
ओ, आएँ तेरे भवन, दे दे अपनी शरण
रहे तुझ में मगन, थाम कर ये चरण
तन-मन में भक्ति ज्योत तेरी
हे, माता जलती रहें
तन-मन में भक्ति ज्योत तेरी
हे, माता जलती रहे

ओ, आएँ तेरे भवन, दे दे अपनी शरण
रहे तुझ में मगन, थाम कर ये चरण
तन-मन में भक्ति ज्योत तेरी
हे, माता जलती रहें
तन-मन में भक्ति ज्योत तेरी
हे, माता जलती रहें

उत्सव मनाए, नाचे, गाए
उत्सव मनाए, नाचे, गाए
चलो मैया के दर जाए
जय माता दी (जय माता दी)
ज़ोर से बोलो ("जय माता दी")

चारों दिशाएँ चार खंबे बनी हैं
मंडप पे आसमाँ की चादर तनी है

सूरज भी किरणों की माला ले आया
क़ुदरत ने धरती का आँगन सजाया
कर के तेरे दर्शन, झूमें धरती, गगन
सन-न-न-न गाए पवन, सभी तुझ में मगन
तन-मन में भक्ति ज्योत तेरी
हे, माता जलती रहे
ओ, तन-मन में भक्ति ज्योत तेरी
हे, माता जलती रहें

फूलों ने रंगो से रंगोली सजाई
फूलों ने रंगो से रंगोली सजाई
सारी धरती ये महकाई

जय माता दी (जय माता दी)
ज़ोर से बोलो ("जय माता दी")
चरणों में बहती है गंगा की धारा
आरती का दीप लगे हर एक सितारा

पुरवैया देखो चवर कैसे झुलाएँ
ऋतुएँ भी माता का झुला झुलाएँ
ओ, पाके भक्ति का धन, हुआ पावन ये मन
कर के तेरा सुमिरन, खुले अंतर नयन
तन-मन में भक्ति ज्योत तेरी
हे, माता जलती रहें
तन-मन में भक्ति ज्योत तेरी
हे, माता जलती रहें

ओ, आएँ तेरे भवन, दे दे अपनी शरण

रहे तुझ में मगन, थाम कर ये चरण
तन-मन में भक्ति ज्योत तेरी
हे, माता जलती रहें

ओ, तन-मन में भक्ति ज्योत तेरी
हे, माता जलती रहें