Shehar Ki Galiyon Mein Charcha Hai Aam

Shehar Ki Galiyon Mein Charcha Hai Aam

Anuradha Paudwal, S.P. Balasubrahmanyam, Amar-Utpal, And Shakeel Akhtar

Альбом: Aaja Meri Jaan
Длительность: 5:08
Год: 1993
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Текст песни

शहर की गलियों में चर्चा है आम
साथी नया ढूंढा तूने
आज सवेरे अख़बार में लिखी ये कहानी सारी
तू किसी की बाहों में थी कल से नींदें चुरा के हमारी

शहर की गलियों में चर्चा है आम
साथी मिला मुझ को मेरा
अख़बार में क्या नहीं ये पढा
कल की हसीन रात सारी
तुम रात भर मेरी बाहों में थे
ना बाहों में मैं थी तुम्हारी

Mister निहाल यूँ मत निकल
बोलो पिया रोए जिया
बोलो बोलो पिया रोए जिया

रोको ये बरसाते रोने की ये बातें
मैने शरारत ये की थी
कर दो मुझे माफ़ तुम जानेजा
कसम है तुम्हें तो मेरे प्यार की

पहले रुलाते हो फिर तो मनाते हो
ये क्या सज़ा है तुम्हारी
अगर प्यार है तो सताते हो क्यूँ
सनम ये तुम्हारी आदत है बुरी

You are my life कल होगी wife
चुप ना रहो कुछ तो कहो
देखो चुप ना रहो कुछ तो कहो

मुझ को लगी प्यारी ये बात तुम्हारी
तो शादी का कब है इरादा
जब तुम कहोगी बनुगा मैं दूल्हा
ये वादा मेरा आज तुमसे रहा
हो जाएँगे सपने सच सारे अपने
जिस दिन चढूँगी मैं डोली
इतना तुम्हें प्यार मैं तो करूँगा
के भूलूंगी बाबुल की तुम तो गली
शहर की गलियों में चर्चे होंगे आम
पागल हो सारा ज़माना
पूछो अगर बात कुछ भी इस दिल की
इस जहा ने बनाया फसाना
सच्ची मोहब्बत हमारी है ये(सच्ची मोहब्बत हमारी है ये)
दुनिया ने तो आख़िर ये माना(दुनिया ने तो आख़िर ये माना)
दुनिया ने तो आख़िर ये माना(दुनिया ने तो आख़िर ये माना)