Naach Re Patarki 2.0
Arvind Akela Kallu
3:10अँखियाँ तहरे ही रहिया ताके गैइलू कैसन रोग धरा के ई मिलनवा ला मन तड़पे छने छन दिल हमर लागे कही ना ओ साथी रे तेरे बिना भी क्या जीना तेरे बिना भी क्या जीना ओ साथी रे तेरे बिना भी क्या जीना तेरे बिना भी क्या जीना जिन्दगी लागे जन्नत जइसन रहे लू जब पास हो बतिया से जुड़ाला जियरा भारल बा एतना मिठास हो जिंगी लागे जन्नत जैसन रहे लू जब पास हो बतिया से जुड़ाला जियरा, भारल बा एतना मिठास हो सपना हूँके दिखा के आशिक़ आपन बना के हो गैल का कसूर कहे इतना गुरूर बस एटने बता दा हसीना ओ साथी रे तेरे बिना भी क्या जीना तेरे बिना भी क्या जीना ओ साथी रे तेरे बिना भी क्या जीना तेरे बिना भी क्या जीना ख़याल में डूबल तोहरे बीते हमारो दिन रात हो खुश देखल चाहे लू हमके छोड़ी हा जन तू साथ हो हो, ख़याल में डूबल तोहरे बीते हमारो दिन रात हो खुश देखला चाहे लू हमके छोड़ी हा जन तू साथ हो आँख सावन जैसे बरसे मन मिले खातिर तरसे जे ना आवेलु नज़र हूँके लागे ला दर डोर कल्लू से जहिय कही ना ओ साथी रे तेरे बिना भी क्या जीना तेरे बिना भी क्या जीना ओ साथी रे तेरे बिना भी क्या जीना तेरे बिना भी क्या