Wo Roti To Hogi
Ashish Verma
4:33जब से तोहरा के पवनी उदास नहीं कि भई दुनिया छोड़ दिहन केहू के पास नहीं किघाईल जब से तोहारा के पबनी उदास, नहीं खी भई दुनिया छोड़ी दिह्नि केहु के पास नहीं गइल होई छोड़के मनका बताके जैहाया जन हुई छोड़े के मनता बता के जहाज अंग हम के रोवे नया वेला सिखा के जहाज और हमके रोवे नया बेला सिखा के जय हज्जान चाहे पूजि थो हर एक मांनि कोदा रानी सोना जनी होई हामसे जुदा चाहे पुजिनी तो हरेके मानिकोड़ा रानी, सोना,जनि होई हा हमसे जूदा मन भरजा ताखंजर चुभाकर जहिजान मन भरजा तकखंजर झुककर जहिजान हमके रोवेनाया बैला सिखा के जहिजान हमके रोवे नया बल्ला सीखा के जाइ हाजन जब उसे देखा अनि अखियाँ तरल न्होंप केतनौ निरेखा नी तब मन भोर नुहॉर्स जब से देखा नी अकिया टार लोहु ये तनु नीर एखानी कब् होमुन निभाए जल नूहो जनि कुंदन गुंजन के सता के जहिजान जनि कुंदन गुंजन के सता के कहिजान हमके रोवे नया वेला सिखा के जहिजान ह मके रोवे नया वेला सिखा के जहिजान