Darasal (From "Raabta")

Darasal (From "Raabta")

Atif Aslam

Длительность: 4:35
Год: 2017
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Текст песни

तुम तो दरअसल ख्वाब की बात हो
चलती मेरे ख्यालो में तुम साथ साथ हो
मिलती है जो अचानक वो सौगात हो
तुम तो दरअसल मीठी सी प्यास हो
लगता है ये हमेशा की तुम आस पास हो
ठेहरा है जो लबों पे वो एहसास हो
तेरी अदा अदा पे मरता मैं
वफ़ा वफ़ा सी करता क्यूँ
हदों से हूँ गुजरता मैं ज़रा ज़रा ज़रा
तुम तो दरअसल साँसों का साज हो
दिल में मेरे छुपा जो वही राज राज हो
कल भी मेरा तुम ही हो मेरा आज हो
कल भी मेरा तुम ही हो मेरा आज हो

बारिश का पानी हो तुम
कागज की कश्ती हूँ मैं
तुझ में कहीं मैं बेह जाता हूँ
हो हो हो मिलने हूँ तुमसे आता
वापस नहीं जा पाता
थोड़ा वहीं मैं रेह जाता हूँ हो
तुम तो दरअसल एक नया नूर हो
मुझमें भी हो जरा सी जरा दूर क्यूँ हो
जैसे भी हो हमेशा ही मंज़ूर हो
जैसे भी हो हमेशा ही मंज़ूर हो
हु हु हु हु हु हु हु हु
हु हु हु हु हु हु हु हु
होता है ऐसा अक्सर दिल ये किसी को दे कर
लगता हसी है सारा शहर वो हो
अब देख तेरा होकर, ऐसा असर है मुझ पर
हस्ता रहु मैं आठो पहर
हो तुम तो दरअसल इश्क़ हो प्यार हो
आती मेरे फ़सानो मे तुम बार बार हो
इंकार में जो छुपा है वो इकरार हो
इंकार में जो छुपा है वो इकरार हो
इंकार में जो छुपा है वो इकरार हो