Brahmakalasha (From "Kantara A Legend Chapter 1 - Kannada")
B. Ajaneesh Loknath
5:44हो जंग आज सारे धन्ना के बाजे जंग सारे हो जंग आज सारे धन्ना के बाजे जंग सारे टूयेरया एनक्ले थकथ बलाया ओ ना लप्पगा ओया आहा आहा आहा आहा केनुंदे इसारो परोथि बीरो लेथूनदे बन्नगा बोले रे कांतारा सुन ले मेरी ललकार रे छोड़ दे तेरी लालसा है भीत तू ये महल ये रब तेरे कोई भी तू माटी का तू जानता ज्वाला पे चाहे तू बस तेरा आहा आहा आहा आहा ज्वाला की लपटों पे एरिया पड़े हैं जितना तू बांधे ये बेड़ियां करे कांतारा को जो भी छूने को चले हैं बैठी सिंहासन पे पीढ़ियां चले आई रे आंधियां तोड़ के तेरी दीवार रे नाच देख ले काल का तू ये महल ये रब तेरे कोई तू माटी का तू काज के कमाल का ज्वाला पे चाहे तू बस तेरा आहा आहा आहा आहा समय की जो चाल है युगों से धर्म ढाल है साहस के सामने अब झुकेगा सर हो डंग आज सारे धन्ना के बाजे जंग सारे हो डंग आज सारे धन्ना के बाजे जंग सारे हे डाटा डाटा डाटा टा टा बोले रे कांतारा छोड़ दे तेरी जयकार रे रे कहा जो है उसके आगे ही झुके नाम है शिवा मेरे रखवाल का ज्वाला पे चाहे तू बस तेरा आहा आहा आहा आहा आहा आहा आहा आहा