Guzarish
Javed Ali, A.R. Rahman, & Prasoon Joshi
5:28कैसे मुझे तुम मिल गई किस्मत पे आए ना याकी उतर आई झील में जैसे चांद उतरता है कभी हौले हौले, धीरे से गुनगुनी धूप की तरह से तरंग में तुम छुके मुझे गुजरी हो यू देखो तुम्हें, ये मैं सुनू तुम हो सुकुन, तुम हो जूनून क्यों पहले न आए तुम कैसे मुझे तुम मिल गई किस्मत पे आए ना याकीन माई तो ये सोचा था के आज कल ऊपरवाले को फुर्सत नहीं फिर भी तुम्हें बनाके वो मेरी नज़र में चढ गया, रुतबे मैं वो और बढ़ गया बदले रास्ते झरने और नदी बदले डुबकी की टिम टिमो छोटे जिंदगी धुन कोई नई बदली बरखा की रिमझिम बदलेंगे रितुये अदा, पर मैं रहूंगी सदा उसी तरह तेरी बहो में बहे दलके हर लम्हा, हर पल जिंदगी सितार हो गई रिम झिम मल्हार हो गई मुझे आता नहीं किस्मत पे अपनी याकि कैसे मुझे मिल गई तुम