Zindagi Ka Safar
Capt. Rakesh Kumar
4:02वहाँ कौन है तेरा मुसाफिर जाएगा कहाँ दम ले ले घड़ी भर ये छइयाँ पाएगा कहाँ वहाँ कौन है तेरा मुसाफिर जाएगा कहाँ वहाँ कौन है तेरा बीत गए दिन प्यार के पल-छीन सपना बनी ये रातें भूल गए वो तू भी भुला दे प्यार की वो मुलाकातें प्यार की वो मुलाकातें सब दूर अंधेरा सब दूर अंधेरा मुसाफिर जाएगा कहाँ दम ले ले दम ले ले दम ले ले घड़ी भर ये छइयाँ पाएगा कहाँ वहाँ कौन है तेरा कोई भी तेरी राह ने देखे नैन बिछाए न कोई दर्द से तेरे कोई ना तड़पा आँख किसी की ना रोई आँख किसी की ना रोई कहे किसको तू मेरा कहे किसको तू मेरा मुसाफिर जाएगा कहाँ दम ले ले घड़ी भर ये छइयाँ पाएगा कहाँ वहाँ कौन है तेरा तूने तो सबको राह बताई तू अपनी मंज़िल क्यों भूला सुलझाके राजा औरों की उलझन क्यों कच्चे धागों में झूला क्यों कच्चे धागों में झूला क्यों नाचे सपेरा क्यों नाचे सपेरा मुसाफिर जाएगा कहाँ दम ले ले घड़ी भर ये छइयाँ पाएगा कहाँ वहाँ कौन है तेरा कहते हैं ज्ञानी, दुनिया है फ़ानी पानी पे लिखी लिखायी है सबकी देखी, है सबकी जानी हाथ किसीके न आयी हाथ किसीके न आयी कुछ तेरा ना मेरा कुछ तेरा ना मेरा मुसाफ़िर जायेगा कहाँ दम ले ले दम ले ले दम ले ले घड़ी भर ये छइयाँ पाएगा कहाँ वहाँ कौन है तेरा