Agar Hum Kahen Aur Woh Muskura Den
Jagjit Singh
6:27सफर में धूप तो होगी जो चल सको तो चलो सफर में धूप तो होगी जो चल सको तो चलो सभी है भीड़ में तुम भी निकल सको तो चलो सभी है भीड़ में तुम भी निकल सको तो चलो सफर में धूप तो होगी जो चल सको तो चलो किसी के वास्ते राहें कहाँ बदलती हैं किसी के वास्ते राहें कहाँ बदलती हैं तुम अपने आप को खुद ही बदल सको तो चलो तुम अपने आप को खुद ही बदल सको तो चलो सफर में धूप तो होगी जो चल सको तो चलो यहाँ किसी को कोई रास्ता नहीं देता यहाँ किसी को कोई रास्ता नहीं देता मुझे गिरा के अगर तुम संभल सको तो चलो मुझे गिरा के अगर तुम संभल सको तो चलो सफर में धूप तो होगी जो चल सको तो चलो यही है जिंदगी कुछ ख्वाब चंद उम्मीदें यही है जिंदगी यही है जिंदगी कुछ ख्वाब चंद उम्मीदें इन्हीं खिलोनों से तुम भी बहल सको तो चलो इन्हीं खिलोनों से तुम भी बहल सको तो चलो सफर में धूप तो होगी जो चल सको तो चलो सभी है भीड़ में तुम भी निकल सको तो चलो सफर में धूप तो होगी जो चल सको तो चलो