Yeh Na Thi Hamari Qismat
Chitra Singh
4:27ये क्या जाने में जाना है ये क्या जाने में जाना है जाते हो ख़फ़ा हो कर मैं जब जानूं मेरे दिल से चले जाओ जुदा हो कर ये क्या जाने में जाना है जाते हो ख़फ़ा हो कर मैं जब जानूं मेरे दिल से चले जाओ जुदा हो कर ये क्या जाने में जाना है क़यामत तक उड़ेगी दिल से उठकर ख़ाक आँखों तक क़यामत तक उड़ेगी दिल से उठकर ख़ाक आँखों तक किसी रस्ते गया है हसरतों का क़ाफ़िला हो कर मैं जब जानूं मेरे दिल से चले जाओ जुदा हो कर ये क्या जाने में जाना है तुम्ही अब दर्द-ऐ-दिल के नाम से घबराए जाते हो तुम्ही अब दर्द-ऐ-दिल के नाम से घबराए जाते हो तुम्ही तो दिल में शायद आए थे दर्द-ऐ-आशियाँ हो कर मैं जब जानूं मेरे दिल से चले जाओ जुदा हो कर ये क्या जाने में जाना है यूँ ही हम तुम घड़ी भर को मिला करते तो बेहतर था यूँ ही हम तुम घड़ी भर को मिला करते तो बेहतर था ये दोनों वक़्त जैसे रोज़ मिलते हैं जुदा हो कर मैं जब जानूं मेरे दिल से चले जाओ जुदा हो कर ये क्या जाने में जाना है जाते हो ख़फ़ा हो कर मैं जब जानूं मेरे दिल से चले जाओ जुदा हो कर ये क्या जाने में जाना है