Krishnaya Vasudevaya - Shri Krishna Mantra
Prateeksha Srivastava
4:42मन मोहनी श्याम तोहरी छवि नैनो से ओझल ना होना कभी मन मोहनी श्याम तोहरी छवि नैनो से ओझल ना होना कभी देखु भला क्या मै तोहरे सिवा है रंग तुझमे जगत के सभी माधव मुरारी मोहनम सब नाम तोहरे सुंदरम अच्चुतम केशवं अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं राम नारायणं जानकी वल्लभं बाँध के अपनी बंसी से रख लो मोहे तोहरी छैया कन्हैया मिले हर जनम अच्चुतम केशवं रास बिहारी हे गिरधारी चंद्रा से मुख पे मैं बलिहारी उन अधरों का भाग्या गजब है मीत है जिनकी बंसी तिहारी तान पे जिसकी मेरी आत्मा गाए धुन हरदम अच्चुतम केशवं अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं राम नारायणं जानकी वल्लभं बाँध के अपनी बंसी से रख लो मोहे तोहरी छैया कन्हैया मिले हर जनम अच्चुतम केशवं प्रेम हो कान्हा प्रीत हो कान्हा बस तुम ही मेरे मीत हो कान्हा मोह लिया मन मेरा जिसने तुम वो पावन गीत हो कान्हा तुम हो सारथि जिस रथ के उस रथ में बैठे हम अच्चुतम केशवं अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं राम नारायणं जानकी वल्लभं बाँध के अपनी बंसी से रख लो मोहे तोहरी छैया कन्हैया मिले हर जनम अच्चुतम केशवं गोविंद बोलो हरी गोपाल बोलो गोविंद बोलो हरी गोपाल बोलो राधा रमण हरी गोविंद बोलो राधा रमण हरी गोविंद बोलो गोविंद बोलो हरी गोपाल बोलो गोविंद बोलो हरी गोपाल बोलो राधा रमण हरी गोविंद बोलो राधा रमण हरी गोविंद बोलो