Tum Agar Saath Dene Ka Vada Karo - Jhankar Beats
Dj Harshit Shah
6:26मैं कैसे उसे पसन्द करूँ मैं कैसे आँखें बंद करूँ वह औरत है तू मेहबूबा तू सब कुछ है वह कुछ भी नहीं वह औरत है तू मेहबूबा तू सब कुछ है वह कुछ भी नहीं तुम ऐसे उसे पसंद करो मिल बैठो बाते चंद करो वह औरत है मैं मेहबूबा वह सब कुछ है मैं कुछ भी नहीं कुछ भी नहीं वह औरत है मैं मेहबूबा वह सब कुछ है मैं कुछ भी नहीं मेरे लिए जो प्यार मोहब्बत उसके लिए पहेली मेरे लिए जो प्यार मोहब्बत उसके लिए पहेली चंपा कैसे भाये उसे जिसके मन बसि चमेली उसका दुःख है मेरा दुःख मेरी सौतन मेरी सहेली मेरे बिना अकेले तुम हो तुम्हरे बिना अकेली मत यह दीवार बुलंद करो मिल बैठो बाते चंद करो वह औरत है मैं मेहबूबा वह सब कुछ है मैं कुछ भी नहीं कुछ भी नहीं वह औरत है मैं मेहबूबा वह सब कुछ है मैं कुछ भी नहीं ओ ओ ओ ओ उसका नाम न ले मुझको नफ़रत है उसके नाम से थक गए हो बेचैन हो तुम सो जाऊं आराम से यह रैन मिलन की रैना हैं मिलकर भी दूर ही रेहना हैं तूने कितना तरसाया हैं तुमने कितना तड़पाया हैं रूपा क्यों रूप छुपाती हैं ऐसे में शर्म तो आती हैं अब यह घूंघट उठ जाने दो कुछ देर यूँ ही शरमाने दो मुँह ढाक लिया क्यों हाथों से डर लगता है इन बातों से मैं दुंगा अपना नाम तुझे तुम कर दोगे बदनाम मुझे कुछ पाप नहीं है प्यार है यह एक शीशे की दीवार है यह गिर जाने दो दीवारों को छुपने दो चाँद सितारों को