Dil Ruba
Faakhir
3:48पूछो ना मुझसे कल क्या हुआ दरिया किनारे मैं था खड़ा ओ पूछो ना मुझसे कल क्या हुआ दरिया किनारे मैं था खड़ा मुझको मिली एक जाने अदा झुलफें थी जैसे काली घटा पूछो ना मुझसे कल क्या हुआ दरिया किनारे मैं था खड़ा फिर किया हुआ फिर किया हुआ फिर किया हुआ फिर किया हुआ उसने कहाँ तेरी गाली में मेरा घर हैं कब से तुझ पे मेरी नज़र हैं लगते नही क्यूँ डरते होगा और किसी पे मरते हो क्या पहले ज़रा सा मैं दर गया मजबूत दिल को फिर कर लिया कर लिया पूछो ना मुझसे कल क्या हुआ दरिया किनारे मैं था खड़ा मुझको मिली एक जाने अदा झुलफें थी जैसे काली घटा पूछो ना मुझसे कल क्या हुआ दरिया किनारे मैं था खड़ा फिर किया हुआ फिर किया हुआ फिर किया हुआ फिर किया हुआ मैने कहाँ ऊ मैने कहाँ सून ओ दिलरुबा देखा जो मैने मुखड़ा तेरा मुझको मेरी जान ऐसा लगा सीने से मेरे दिल तो गया बाहे खुली हैं बाहों में आ जीवन की महकी बाहों में आ पूछो ना मुझसे कल क्या हुआ दरिया किनारे मैं था खड़ा मुझको मिली एक जाने अदा झुलफें थी जैसे काली घटा पूछो ना मुझसे कल क्या हुआ दरिया किनारे मैं था खड़ा फिर किया हुआ फिर किया हुआ फिर किया हुआ फिर ये हुआ बस गयी दिल की धड़कन में वो बस गयी दिल के आँगन में वो घुल गयी वो साँसों में ऐसे बाँध काली में खुसबू हो जैसे दोनो में फिर एक वादा हुआ मिलते रहेंगे यूँ ही सदा सदा पूछो ना मुझसे कल क्या हुआ दरिया किनारे मैं था खड़ा मुझको मिली एक जाने अदा झुलफें थी जैसे काली घटा घटा पूछो ना मुझसे कल क्या हुआ दरिया किनारे मैं था खड़ा पूछो ना मुझसे कल क्या हुआ दरिया किनारे मैं था खड़ा फिर किया हुआ फिर किया हुआ फिर किया हुआ प्यार हुआ फिर किया हुआ फिर किया हुआ फिर किया हुआ ओये प्यार हुआ