Aisa Pyar Baha De Maiya
Hari Om Sharan
5:43ये गर्व भरा मस्तक मेरा ये गर्व भरा मस्तक मेरा प्रभु चरण धूल तक झुकने दे अहंकार विकार भरे मन को निज नज़्म की माला जपने दे ये गर्व भरा मस्तक मेरा प्रभु चरण धूल तक झुकने दे ये गर्व भरा मस्तक मेरा मैं मन के मैल को धो ना सकाये जीवन तेरा हो ना सका मैं मन के मैल को धो ना सकाये जीवन तेरा हो ना सका हाँहो ना सकामैं प्रेमी हूँ इतना ना झुका गिर भी जो पड़ूँ तो उठने दे ये गर्व भरा मस्तक मेरा प्रभु चरण धूल तक झुकने दे ये गर्व भरा मस्तक मेरा मैं ज्ञान की बातों में खोया और कर्महीन पढ़कर सोया मैं ज्ञान की बातों में खोया और कर्महीन पढ़कर सोया जब आँख खुली तो मन रोया जग सोये मुझको जगने दे ये गर्व भरा मस्तक मेरा प्रभु चरण धूल तक झुकने दे ये गर्व भरा मस्तक मेरा जैसा हूँ मैं खोटा या खरानिर्दोष शरण में आ तो गया जैसा हूँ मैं खोटा या खरानिर्दोष शरण में आ तो गया हाँआ तो गयाइक बार ये कह दे खाली जा या प्रीत की रीत झलकने दे ये गर्व भरा मस्तक मेरा प्रभु चरण धूल तक झुकने दे ये गर्व भरा मस्तक मेरा