Main Aarti Teri Gaon
Shailendra Bhartti
नाम हरी का जप ले बन्दे नाम हरी का जप ले बन्दे फिर पीछे पछतायेगा तू कहता है मेरी काया काया का घुमान क्या चाँद सा सुन्दर यह तन तेरा मिटटी में मिल जाएगा नाम हरी का जप ले बन्दे फिर पीछे पछतायेगा वहां से क्या तू लाया बन्दे यहाँ से क्या ले जाएगा वहां से क्या तू लाया बन्दे यहाँ से क्या ले जाएगा मुठ्ठी बाँध के आया बन्दे हाथ पसारे जाएगा नाम हरी का जप ले बन्दे फिर पीछे पछतायेगा बाला पन में खेल गवायो आयी जवानी मस्त रहा बाला पन में खेल गवायो आयी जवानी मस्त रहा बुढ़ापा में रोग सताया खाट पड़ा पछतायेगा नाम हरी का जप ले बन्दे फिर पीछे पछतायेगा जपना है तो जपले बन्दे आखिर तो मिट जाएगा जपना है तो जपले बन्दे आखिर तो मिट जाएगा कहत कबीर सुनो भाई साधो करनी का फल पायेगा नाम हरी का जप ले बन्दे फिर पीछे पछतायेगा नाम हरी का जप ले बन्दे फिर पीछे पछतायेगा तू कहता है मेरी काया काया का घुमान क्या चाँद सा सुन्दर यह तन तेरा मिटटी में मिल जाएगा नाम हरी का जप ले बन्दे फिर पीछे पछतायेगा नाम हरी का जप ले बन्दे फिर पीछे पछतायेगा