Chup Hai Dharti Chup Hai Chand

Chup Hai Dharti Chup Hai Chand

Hemant Kumar

Альбом: House No.44
Длительность: 3:03
Год: 1955
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Текст песни

हेय म्म म्म म्म
हेय म्म म्म म्म

चुप है धरती, चुप हैं चाँद सितारे
मेरे दिल की धड़कन तुझको पुकारे
चुप है धरती, चुप हैं चाँद सितारे
मेरे दिल की धड़कन तुझको पुकारे

खोये खोये से ये मस्त नज़ारे
ठहरे ठहरे से यह रंग के धारे
खोये खोये से ये मस्त नज़ारे
ठहरे ठहरे से यह रंग के धारे
ढोओँढ रहे हैं तुझको साथ हमारे
चुप है धरती, चुप हैं चाँद सितारे
मेरे दिल की धड़कन तुझको पुकारे
आह आ आ
कोने कोने मस्ती फैल रही है
बाहें बनकर हस्ती फैल रही है
तुझ बिन डूबे दिल को कौन उभारे
चुप है धरती, चुप हैं चाँद सितारे
मेरे दिल की धड़कन तुझको पुकारे

निखरा निखरा स है चाँद का जौवन
बिखरा बिखरा स है नूर क दामन
आजा मेरी तन्हायी के सहारे
चुप है धरती, चुप हैं चाँद सितारे
मेरे दिल की धड़कन तुझको पुकारे