Beqarar Karke Hamen Yun Na Jaiye
Hemant Kumar
3:10राही तू मत रुक जाना राही तू मत रुक जाना तूफ़ां से मत घबराना कभी तो मिलेगी तेरी मंज़िल कहीं दूर गगन की छाओं में राही तू मत रुक जाना माना कि गहरी है धारा पर है कहीं तो किनारा तू भी मिला आशा के सुर में मन का ये एकतारा तू भी मिला आशा के सुर में मन का ये एकतारा कभी तो मिलेगी तेरी मंज़िल कहीं दूर गगन की छाओं में राही तू मत रुक जाना सबका है वो ऊपरवाला सबको उसी ने सम्भाला जब भी घिरे ग़म का अंधेरा उसने किया उजियाला जब भी घिरे ग़म का अंधेरा उसने किया उजियाला कभी तो मिलेगी तेरी मंज़िल कहीं दूर गगन की छाओं में राही तू मत रुक जाना तूफ़ां से मत घबराना कभी तो मिलेगी तेरी मंज़िल कहीं दूर गगन की छाओं में कहीं दूर कहीं दूर कहीं दूर