Chunnari Chunnari
Abhijeet Bhattacharya
5:35(गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप) (गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप) लाम्बा-लाम्बा घूँघट काहे कूॅं डाला? (गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप) (गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप) हे, लाम्बा-लाम्बा घूँघट काहे कूॅं डाला? क्या कर आई गोरी मुॅंह कहीं काला, रे? (गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप) (गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप) कानों में बतियाँ करती हैं सखियाँ रात किया री तूने कैसा घोटाला? (गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप) (गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप) छत पे सोया था बहनोई मैं तन्ने समझ के सो गई मुझको, राणा जी, माफ़ करना ग़लती म्हारे से हो गई मुझको, राणा, जी माफ़ करना ग़लती म्हारे से हो गई (गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप) (गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप) छत पे सोया था बहनोई छत पे सोया था बहनोई मैं तन्ने समझ के सो गयी मुझको, राणा जी, माफ़ करना ग़लती म्हारे से हो गई मुझको, राणा, जी माफ़ करना ग़लती म्हारे से हो गई (गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप) (गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप) हाय, बहनोई तो बहनोई ठहरा क्यूँ ना पहचाना तूने पिया जी का चेहरा? (गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप) (गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप) बहनोई ने ओढ़ रखी थी चादर (रखी थी चादर, रखी थी चादर) मैं समझी कि पिया का है बिस्तर (पिया का है बिस्तर, पिया का है बिस्तर) आधे बिस्तर पे वो सोया था आधे पे मैं भी सो गई कि, मुझको, राणा जी, माफ़ करना ओ, ग़लती म्हारे से हो गई रे, मुझको, राणा जी, माफ़ करना ग़लती म्हारे से हो गई (गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप) (गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप) अरे, दीपक अटारी पे जलता तो होगा (गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप) (गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप) ऐ, दीपक अटारी पे जलता तो होगा छिटकी तो होगी छत पे चॅंदनिया अपनो-परायो नज़र ना आयो भूल कैसे हो गई तुझ से दुल्हनिया, रे? (गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप) (गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप) भूल हुई मुझसे तो कैसा अचंभा? (कैसा अचंभा, कैसा अचंभा) बहनोई भी था पिया जितना लम्बा (पिया जितना लम्बा, पिया जितना लम्बा) चूर थी मैं दिन-भर की थकन से पड़ते ही बिस्तर पे सो गई हाय,, मुझको, राणा जी, माफ़ करना, ओ, ग़लती म्हारे से हो गई रे, मुझको राणा जी माफ़ करना ग़लती म्हारे से हो गई (गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप) (गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप) सोच रहे थे हम सब जैसा (गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप) (गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप) हाय, तूने किया नहीं कुछ भी वैसा (गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप) (गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप) मुखड़े पे तेरे सच का उजाला रात किया नहीं मुँह तूने काला? (गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप) (गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप) हाय-हाय, हाय-हाय (गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप) (गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप) (गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप) (गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप, गुप-चुप)