Lamhay
Jal
5:25दिन वोही राते वोही पर मै वो ना रहा तन्हा इन शामों में कोई भी अपना ना था चंदा और तारे भी बोले के यह क्या हुवा हा में वोही तुम वोही समा यह वो ना रहा मोरे पिया तू ना समझा मै इस दुनिया का ना था, आ आ आ आ खोया दिन खोई रातों में ढूंढू में क्या औरों से शीकवा पर आपनो ने भी क्या किया नहीं इस दुनिया में कोई जो अपना लगा ज़माने की धूप ने ही मुझको रुसूवा किया मोरे पिया तू ना समझा मै इस दुनिया का ना था, आ आ रिश्ते सभी बनजाते है टूटने के लिए एक लम्हा मोरे मोरे पिया कैसे कैसे जिया रिश्ते सभी बनजाते है टूटने के लिए एक लम्हा मोरे मोरे पिया कैसे कैसे जिया मोरे पिया (मोरे मोरे पिया कैसे कैसे जिया) मोरे मोरे पिया कैसे कैसे जिया (मोरे मोरे पिया) मोरे मोरे पिया कैसे कैसे जिया (कैसे कैसे जिया)