Sabki Baaratein Aayi
Jaspinder Narula
5:46ना ले के जाओ मेरे दोस्त का जनाज़ा है ना ले के जाओ मेरे दोस्त का जनाज़ा है अभी तो गर्म है मिट्टी यह जिस्म ताज़ा है अभी तो गर्म है मिट्टी यह जिस्म ताज़ा है ना ले के जाओ मेरे दोस्त का जनाज़ा है उलझ गयी है कही सांस खोल दो इस की लबो पे आई है जो बात पूरी करने दो बात पूरी करने दो अभी उम्मीद भी ज़िंदा है, गम भी ताज़ा है ना ले के जाओ मेरे दोस्त का जनाज़ा है अभी तो गर्म है मिट्टी यह जिस्म ताज़ा है हो हो हो हो हो हो जगाओ इसको गले मिल के अलविदा तो कहु यह कैसी रुखसती है, यह क्या सलीका है यह क्या सलीका है अभी तो जीने का हर एक जख्म ताज़ा है ना ले के जाओ मेरे दोस्त का जनाज़ा है अभी तो गर्म है मिट्टी यह जिस्म ताज़ा है हो (ओ ओ) हो (ओ ओ) हो (ओ ओ) हो (ओ ओ)