Kuch Kuch Hota Hai
Jatin-Lalit
4:58रब्बा मेरे इश्क़ किसी को ऐसे ना तडपाये होय दिल की बात रहे इस दिल में होठों तक ना आए ना आए आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ तुझे याद ना मेरी आई किसी से अब क्या कहना तुझे याद ना मेरी आई किसी से अब क्या कहना दिल रोया की अँख भर आई दिल रोया की अँख भर आई किसी से अब क्या कहना तुझे याद ना मेरी आई किसी से अब क्या कहना तुझे याद ना मेरी आई किसी से अब क्या कहना दिल रोया की अँख भर आई दिल रोया की अँख भर आई किसी से अब क्या कहना तुझे याद ना मेरी आई किसी से अब क्या कहना हो तुझे याद ना मेरी आई किसी से अब क्या कहना आ आ आ आआ आ आ आ आ आ आ आआ आ आ आ तुझे हर खुशी दे दी(आ आ आ) लबों की हँसी दे दी(आ आ आ) जुल्फों की घटा लहराई पैगाम वफ़ा के लाई तूने अच्छी प्रीत निभाई तूने अच्छी प्रीत निभाई किसी से अब क्या कहना तुझे याद ना मेरी आई किसी से अब क्या कहना तुझे याद ना मेरी आई किसी से अब क्या कहना वो चाँद मेरे घर आँगन अब तो आएगा अब तो आएगा तेरे सूने इस आँचल को वो भर जाएगा तेरी कर दी गोद भराई तेरी कर दी गोद भराई किसी से अब क्या कहना दिल रोया की अँख भर आई दिल रोया की अँख भर आई किसी से अब क्या कहना तुझे याद ना मेरी आई किसी से अब क्या कहना आ आ आ आ आ आ आ आ ओ माहिया ओ माहिया ख़ता हो गयी मुझसे(आ आ आ) कहा कुछ नहीं तुमसे(आ आ आ) इकरार जो तुम कर पाते तो दूर कभी ना जाते कोई समझे ना पीर पराई कोई समझे ना पीर पराई किसी से अब क्या कहना तुझे याद ना मेरी आई किसी से अब क्या कहना तुझे याद ना मेरी आई किसी से अब क्या कहना दिल रोया की अँख भर आई दिल रोया की अँख भर आई किसी से अब क्या कहना तुझे याद ना मेरी आई किसी से अब क्या कहना तुझे याद ना मेरी आई किसी से अब क्या कहना आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ