Maharaj Ji (Feat. Dr. Krimal Acharya)
Kalii
3:18तीनों लोक तेरा उजियारा दुखियों का तूने काज संवारा तीनों लोक तेरा उजियारा दुखियों का तूने काज संवारा हे जग वंदन केशरी नंदन हे जग वंदन केशरी नंदन कष्ट हरो हे कृपा निधान कष्ट हरो हे कृपा निधान मंगल मूर्ति राम दुलारे आन पड़ा अब तेरे द्वारे हे बजरंगबली हनुमान हे महावीर करो कल्याण हे महावीर करो कल्याण इस हारे हुए जीवन की आप ही तो आस हो प्रभु मेरी आत्मा की आप ही तो प्यास हो क्यूँ ही मैं हाथ ये फैलाऊँ किसी के आगे मैं क्या ही माँगूँ किसी से जब आप मेरे पास हो मेरा हर दरवाज़ा बंद आप ही ने खोला प्रभु जो भी शिकायत दुनिया की आपसे बोला प्रभु आपने सुनी मेरी आपने दिया ध्यान मिले बस आप जब भी हृदय को टटोला प्रभु अच्छे होंगे कर्म जो मैं पैदा हुआ सनातनी आपसे प्रेम मेरा धन और मैं बना धनी तरस से आता मुझे आपसे जो वंचित बैठे गलत उनकी शिक्षा उनके अंधेरे की वजह बनी हर समय आपका ही नाम गुनगुनाता रहूँ दिल की यह इच्छा धुन आपकी ही गाता रहूँ कभी भी थोड़ा भी घमंड ना आने देना प्रभु अंतिम समय पे भी ये शीश मैं झुकाता रहूँ गिरने में लगा जब भी आपने संभाला प्रभु डूबता देख बने आप ही सहारा प्रभु आप उजाला प्रभु आप ही किनारा प्रभु सबके आगे हारा पर मैं आपका सितारा प्रभु तेरा सुमिरन हनुमत वीरा नासे रोग हरे सब पीरा तेरा सुमिरन हनुमत वीरा नासे रोग हरे सब पीरा राम लखन सीता मन बसिया राम लखन सीता मन बसिया शरण पड़े का कीजिए ध्यान शरण पड़े का कीजिए ध्यान मंगल मूरति राम दुलारे आन पड़ा अब तेरे द्वारे हे बजरंगबली हनुमान हे महावीर करो कल्याण हे महावीर करो कल्याण करो कल्याण करो कल्याण