Aise Jani Rupwa Nihara Aey Balam
Kalpana
3:28सुनि ए जेठानी, जे तरनी छरियां (ए दीदी) (हां बोला) सुनि ए जेठानी, जे तरनी छरियां (अच्छा) पर गईल नूंन ज़ादे,जर के भाईल करीयां बलम दिहे (ओ हों) बलम दिहे गरिया हो दुपहरिया बलम दिहे, गरिया हो दुपहरिया सुना देवरानी कहा रहे ध्यनवा हुम्म्म सुना देवरानी कहां रहे ध्यनवा मूंन के बनवात रहलू का तु नयनवा जे जर गईल खानावा का खईहे फलनवा जे जर गईल खानावा का खईहे फलनवा बलम दिहे, गरिया हो दुपहरिया बलम दिहे, गरिया हो दुपहरिया कैसे जर गईल खानावा का खईहें फलनवा कैसे जर गईल खानावा का खईहें फलनवा बचे के उपाय कौनो बोली ऐ दीदी जानते बानी राऊर देवर हौवे ज़िदी,ए दीदी जानते बानी राऊर देवर हौवे ज़िदी नौका फ्लेवर के लगईहां ओठलाली घरवा में अईहे मुस्की मार देहां खाली हो खाली घरवा में अईहे मुस्की मार देहां आ झलका के पेनलीहान सरीयां चार्ली सेंट मार लीहा तु भीतरिया फेरीहे नजरिया सट जईहा तू पजरिया बलम ना दिहे, गरिया हो दुपहरिया बलम ना दिहे, गरिया हो दुपहरिया बूझलू कही जे बदलल ना उनकर ईरादां फस जाईब दीदी दंड भोगे परी ज़ादा हां ज़ादा फस जाईब दीदी दंड भोगे परी ज़ादा सुना प्लान ज़दी हो जाई फेल हो जल्दी से दूसरी तू खेल दीहा खेल हो जल्दी से दूसरी तू खेल दीहा खेल ह सेजीया पे सूत जईहा तान के चदरिया पूछीहे ता कहीहं बथता कंमरिया अईहे दबावे भाग जाईहं गांव तरीया ता चाट जईहे थरीयां तोहरो साँवरिया ता चाट जईहे थरीयां तोहरो साँवरिय