Healing
Kartavya Beniwal
2:51इस दुनिया से चले जाने के बाद हर किसी को इन्सान पे प्यार आता है लेकिन जीते जी इन्सान की कोई कदर नहीं करता तो बस इतना बोलूँगा जब तक ज़िंदा हूँ सारी नफरते और गिले शिकवे मिटा दो क्योंकि तुझे याद सब करेंगे पर मौत के बाद तेरी कदर सब करेंगे पर मौत के बाद जीते जी तेरा कोई हाल नहीं पूछेगा प्यार सब करेंगे पर मौत के बाद ज़िंदगी का क्या पता कल ही खत्म हो जाये रोशनी हम ढूँढें पर अँधेरे में ही खो जाएँ नफ़रत लेकर ख्वाबों में है सोग्या इन्सान कहीं ज़िंदगी भर के लिये इंसानियत न सो जाये जब तक है तू ज़िंदा खटकेंगे सबकी आँखों में जब चला जायेगा तेरी कीमत होगी लाखों में अहंकार ये किसी काम नहीं आता मैंने देखा है इन्सानों को बदलते हुए राख़ों में जीते जी इन्सानों को हम मार देते हैं नफ़रतों का हम क्यों ढाल भार देते हैं पहले दूसरों पे खुद ही हम करते अत्याचार जब वो चला जाये उसको फिर लाचार कहते हैं आखिर ये भी कैसा प्यार जो मिले सिर्फ मरने पे Sympathy मिलती है खुदकुशी ही करने पे Depression mental health तेरा पूछेगा नहीं कोई तू चला जाएगा बैठ जाएंगे फिर धरने पे साथ थे जब सब तब वक्त नहीं था हाथ में वक्त मिला थोड़ा तब इन्सान नहीं था साथ में साथ थे जब सब तब वक्त नहीं था हाथ में वक्त मिला थोड़ा तो तुझे याद सब करेंगे पर मौत के बाद तेरी कदर सब करेंगे पर मौत के बाद जीते जी तेरा कोई हाल नहीं पूछेगा प्यार सब करेंगे पर मौत के बाद दिल की कुछ बातें तुझे कहनी थी किसीसे पर कहने से वो बातें तू हमेशा बचता रहा हो गयी इतनी देर वो इन्सान ही अब न रहा दिल में रख के बातें अब तू सिर्फ पछता रहा खैरियत पूछो कभी अपने चाहने वालों की धड़कने सुनो कभी उनके दिल के हालों की ग़म ही ग़म भरा है आजकल इस दुनिया में मरने पे ही कदर होती हम रहते जिस दुनिया में जीते जी जिसकी कभी देखी नहीं सूरत मरने पे ही आखिर क्यों बनाते उसकी मूर्त शरीर जब तक ज़िंदा तब तक मिलते सिर्फ काटें जब साँसें थम जातीं रह जातीं सिर्फ बातें सहारा देने के समय गया था तू भूल अब कबर पे क्यों जाके फिर चढ़ाता है तू फूल अब मरने से भी पहले जीते जी इन्सान मरता है हम ही गुनहगार हैं करते हैं कबूल अब हम ही गुनहगार हैं करते हैं कबूल अब तुझे याद सब करेंगे पर मौत के बाद तेरी कदर सब करेंगे पर मौत के बाद जीते जी तेरा कोई हाल नहीं पूछेगा प्यार सब करेंगे पर मौत के बाद