Maharani
Karun
6:30अरे आजा जाने जा क्या शरमाना तू ही चमके तेरा ज़माना पर्दे के पिच्चे कबतक च्चिपाना अपने हुस्न का खोलो ख़ज़ाना हाए.. हाए चाँद नही देखा मैने बहुत दीनो से कितनो को मारेगी अपने ग्लो से चाँद नही देखा मैने बहुत दीनो से कितनो को मारेगी अपने ग्लो से मस्तमौला तू महबूबा तेरी कमर पानी मैं टैयरूँगा मस्तमौला तू महबूबा तेरी कमर पानी मैं टैयरूँगा होंठ पे तेरे बात ये फिसले पर्फेक्ट चाहे बाल है बिखरे हाथ में तेरे आइस है पिघले गर्दन पे दिखती करिश्मे सिंगल पीस तेरी ना किशमे ब्यूटी को तेरी देखे फरिश्ते इतनी चमक तुझमे है सींटे चाँद तारों से सीधे रिश्ते हाए.. हाए चाँद नही देखा मैने बहुत दीनो से कितनो को मारेगी अपने ग्लो से चाँद नही देखा मैने बहुत दीनो से कितनो को मारेगी अपने ग्लो से बादलों का तू पहन लीबाज़ मखमली होठों से डेडू दाग चाँद सी तू पर इतनी है आग के शर्मसार सूरज गया भाग च्छेदा मैने तेरा दिल का तराना चाँद को अब तारों से सजाना ये मेरी हॉबी तेरे को सर पे चढ़ना मैं स्ट्रीम का मेरा पहला ये गाना डोर से देखु मैं इतनी चमक तेरी पायलों सी है ये मीठी खनक तेरी ई नो हाउ योउ स्मेल सो गुड कर देती इच्छाए प्रकट मेरी सुपेरहित की देखो लाइन लगौँगा कॉसिश है के बस लिखता ही जवँगा दिल्ली के गलियों में मिलेगा करूँ पर नाम ऐसा पुर जाग में फैलवँगा अरे आजा जाने जा क्या शरमाना तू ही चमके तेरा ज़माना पर्दे के पिच्चे कबतक च्चिपाना अपने हुस्न का खोलो ख़ज़ाना हाए.. हाए चाँद नही देखा मैने बहुत दीनो से कितनो को मारेगी अपने ग्लो से चाँद नही देखा मैने बहुत दीनो से कितनो को मारेगी अपने ग्लो से हाए.. हाए Yo yo honey singh Presenting Karun