Jab Do Dil Takrayenge

Jab Do Dil Takrayenge

Kishore Kumar, Asha Bhosle

Альбом: Do Gulaab
Длительность: 7:20
Год: 1983
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Текст песни

जब दो पथर टकराएंगे तो क्या होगा
निकलेगा अंगारा
जब दो बादल टकराएंगे क्या होगा
पानी की निकलेगी धारा
जब दो दिल टकराएंगे तो क्या होगा
प्यार होगा प्यार होगा
जब दो पथर टकराएंगे तो क्या होगा
निकलेगा अंगारा
जब दो बादल टकराएंगे क्या होगा
पानी की निकलेगी धारा

कब होगा मिलन ये अपना
अरे मुझे क्या पता
कब होगा सच ये सपना
थोड़ा सबर करो
है कब तक हमें तड़पना
है कब तक हमें तरसना
कब होगा मिलन ये अपना
कब होगा सच ये सपना
है कब तक हमें तड़पना
है कब तक हमें तरसना
मिलने की बेकरारी है प्यार से भी प्यारी
तन की ये चाह कैसी, मन्नतें हो जब तुम्हारी
जब दो दिल टकराएंगे तो क्या होगा
प्यार होगा प्यार होगा
जब दो पथर टकराएंगे तो क्या होगा
निकलेगा अंगारा
जब दो बादल टकराएंगे क्या होगा
पानी की निकलेगी धारा

अब दूरी सही न जाए
नहीं नहीं पास न आना
छूने को दिल लालचाए
उफ देखो छूना नहीं आये
बरखा भी अगन लागे
ये प्यास तो बढ़ती जाए
अब दूरी सही न जाए
छूने को दिल लालचाए
बरखा भी अगन लागे
ये प्यास तो बढ़ती जाए
ये प्यास जो बढ़ेगी रुसवा हमे करेगी
ये आग जो बढ़ेगी सीमा ही तोड़ देगी
जब दो दिल टकराएंगे तो क्या होगा
प्यार होगा प्यार होगा
जब दो पथर टकराएंगे तो क्या होगा
निकलेगा अंगारा
जब दो बादल टकराएंगे क्या होगा
पानी की निकलेगी धारा
जब दो दिल टकराएंगे तो क्या होगा
प्यार होगा प्यार होगा