Yeh Raaten Yeh Mausam
Kishore Kumar, Asha Bhosle
3:22हे हे हे हे हो हो हो हो हम् हम् हम् म्म म्म कोई हमदम न रहा कोई सहारा न रहा हम किसी के न रहे कोई हमारा न रहा कोई हमदम न रहा कोई सहारा न रहा शाम तन्हाई की है आएगी मंज़िल कैसे शाम तन्हाई की है आएगी मंज़िल कैसे जो मुझे राह दिखाए वही तारा न रहा कोई हमदम न रहा कोई सहारा न रहा क्या बताऊँ मैं कहाँ यूँ ही चला जाता हूँ क्या बताऊँ मैं कहाँ यूँ ही चला जाता हूँ जो मुझे फिर से बुला ले वो इशारा न रहा कोई हमदम न रहा कोई सहारा न रहा हम किसी के न रहे कोई हमारा न रहा