O Mere Dil Ke Chain
Kishore Kumar
4:34मौजों की डोली चली रे चली परदेस चली बगिया से बाबुल की तोड़ के पिया ले चला प्रेमकली रे मौजों की डोली चली रे चली परदेस चली बगिया से बाबुल की तोड़ के पिया ले चला प्रेमकली रे मौजों की डोली चली रे पनघट तक आयी सखिया सहेलिया पनघट तक आयी सखिया सहेलिया रहे गयी पीपल की छाँव में सब पहेलिया छूट गयी वो गली रे मौजों की डोली चली रे चली परदेस चली बगिया से बाबुल की तोड़ के पिया ले चला प्रेमकली रे मौजों की डोली चली रे नदिया धीरे बहो दुल्हन शरमाये नदिया धीरे बहो दुल्हन शरमाये मन हिचकोले खाए घूँघट ना खुल जाए पवन बड़ी मनचली रे मौजों की डोली चली रे चली परदेस चली बगिया से बाबुल की तोड़ के पिया ले चला प्रेमकली रे मौजों की डोली चली रे हो हो हो बिंदिया ऐसी लगी जैसे कोई जादू जगा बिंदिया ऐसी लगी जैसे कोई जादू जगा गोरा मुख थोडासा देखा तो बस ऐसा लगा भोर भयी रैन ढली रे मौजो की डोली चली रे चली परदेस चली बगिया से बाबुल की तोड़ के पिया ले चला प्रेमकली रे मौजो की डोली चली रे