Kaari Akhiyaan
Krish Mondal, Salamat Ali Siddique, Toofan Singh Gill, Piyush Parag
3:05तेरी चढ़ती रहे महिमा तेरी जलती रहे ज्योति दरबार सजे तेरा ऊंचे पर्वत की चोटी दुनिया के बदले तेरी ममता रख लेता हूं सारी दुनिया के बदले तेरी ममता रख लेता हूं ले जाओ दौलत मैं मेरी मां रख लेता हूं सारी ले जाओ दौलत मैं मेरी मां रख लेता हूं तेरी मूरत को सीने में सजा रख लेता हूं तेरी मूरत को सीने में सजा रख लेता हूं ले जाओ दौलत मैं मेरी मां रख लेता हूं सारी ले जाओ दौलत मैं मेरी मां रख लेता हूं हो हो हो हो ममता की एक बूंद कहूं तो सारा समंदर रखती है मुझको सारी दुनिया में मेरी मां ही सुंदर लगती है मेरी मां ही सुंदर लगती है ममता की एक बूंद कहूं तो सारा समंदर रखती है मुझको सारी दुनिया में मेरी मां ही सुंदर लगती है रखते हैं भगवान की मूरत लोग तो मंदिर में मेरे मन मंदिर में तेरे पांव रख लेता हूं ले जाओ दौलत मैं मेरी मां रख लेता हूं सारी ले जाओ दौलत मैं मेरी मां रख लेता हूं हो हो हो हो आ आ आ आ मेरे पास भी आने तक से ये अंधियारे डरते हैं मेरे घर के सारे दीपक मेरी मां से जलते हैं मेरी मां से जलते हैं मेरे पास भी आने तक से ये अंधियारे डरते हैं मेरे घर के सारे दीपक मेरी मां से जलते हैं नींद न आए जब मुझको डर चिंता सताए तो चुपके से सिर गोद में तेरी आ रख लेता हूं ले जाओ दौलत मैं मेरी मां रख लेता हूं सारी ले जाओ दौलत मैं मेरी मां रख लेता हूं तेरी मूरत को सीने में सजा रख लेता हूं तेरी मूरत को सीने में सजा रख लेता हूं ले जाओ दौलत मैं मेरी मां रख लेता हूं सारी ले जाओ दौलत मैं मेरी मां रख लेता हूं तू ममता की मूरत है और तू ही प्रेम का सागर है धूप सताए क्या मुझको जब सिर पे तेरा आंचल है रूठे तो ये जग रूठे रहे तेरा मेरा नाता मां इस दुनिया में कोई नहीं जो मेरी मां के बराबर है