Dil Kehta Hai
Kumar Sanu
6:56है ए हो ओ है ए हो ओ ह्म ह्म ह्म हे हे हे ला ला ला ह्म ह्म ह्म आँखों में बसाया था हा आँखों में बसाया था तुम्हें दिल में छुपाया था आँखों में बसाया था तुम्हें दिल में छुपाया था जब चाहूँ तुम्हें देखूँ आइना बनाया था है ए हो ओ है ए आँखों में बसाया था आँखों में बसाया था तुम्हें दिल में छुपाया था आँखों में बसाया था तुम्हें दिल में छुपाया था जब चाहूँ तुम्हें देखूँ आइना बनाया था आँखों में बसाया था तुम्हें दिल में छुपाया था आँखों में अँधेरा है, विराना सेहरा है ना जाने मेरा वो चाँद, किस शहर में उतरा है जीने का बता तू ही, अब क्या अरमान करूँ मर जाने का ऐ दिल, कोई सामान करूँ एक साथ जीयेंगे हम हा एक साथ जीयेंगे हम क्यों ख़्वाब दिखाया था एक साथ जीयेंगे हम क्यों ख़्वाब दिखाया था जब चाहूँ तुम्हें देखूँ आइना बनाया था है ए हो ओ है ए क्या जान सकोगे तुम, दिन कैसे गुज़रता है इक पल भी नहीं गुज़रे, हाँ ऐसे गुज़रता है ना चैन ही आता है, ना नींद ही आती है तेरी याद आती है, आकर तड़पाती है मैंने तो तुझे जानम हा मैंने तो तुझे जानम पलकों पे बिठाया था मैंने तो तुझे जानम पलकों पे बिठाया था जब चाहूँ तुम्हें देखूँ आइना बनाया था है ए हो ओ है ए आँखों में बसाया था हा आँखों में बसाया था तुम्हें दिल में छुपाया था आँखों में बसाया था तुम्हें दिल में छुपाया था जब चाहूँ तुम्हें देखूँ आइना बनाया था है ए हो ओ है है आ आ