Woh Aankh Hi Kya
Kumar Sanu
7:02तुम मुझे इतना प्यार करो कि मैं पागल हो जाऊँ तुम मुझे इतना प्यार करो कि मैं पागल हो जाऊँ भूल के सारी दुनिया को इन आँखों में खो जाऊँ तुम मुझे इतना प्यार करो कि मैं पागल हो जाऊँ भूल के सारी दुनिया को इन आँखों में खो जाऊँ तुम मुझे इतना प्यार करो कि मैं पागल हो जाऊँ बिन तुम्हारे जान-ए-जाना, ज़िन्दगी वीरान थी ओ, बिन तुम्हारे जान-ए-जाना, ज़िन्दगी वीरान थी चाहतों से मेरी धड़कन अब तलक अनजान थी हे-हे-हे, हो-हो-हो है मेरी तो यही ख्वाहिश है इन बाहों में सो जाऊँ भूल के सारी दुनिया को इन आँखों में खो जाऊँ तुम मुझे इतना प्यार करो कि मैं पागल हो जाऊँ अब सही जाए ना मुझसे दूरियाँ, तन्हाईयाँ हो, अब सही जाए ना मुझसे दूरियाँ, तन्हाईयाँ चैन दिल को दे रही हैं हुस्न की अंगड़ाईयाँ क्या सनम मेरी हालत है आओ तुमको समझाऊँ भूल के सारी दुनिया को इन आँखों में खो जाऊँ तुम मुझे इतना प्यार करो कि मैं पागल हो जाऊँ भूल के सारी दुनिया को इन आँखों में खो जाऊँ तुम मुझे इतना प्यार करो हो, कि मैं पागल हो जाऊँ हाँ, हाँ, मैं पागल हो जाऊँ