Main Tera Hi Balak Hoon
Lakhbir Singh Lakkha
5:52तेरे दरबार का पाने नज़ारा मैं भी आया हू ज़रा देदो माँ चरणों मे सहारा मैं भी आया हूँ सुना है दर पे तेरे इस जहाँ की हर खुशी मिलती जगा दो सोई किस्मत का सितारा मैं भी आया हूँ तू जो दया ज़रा सी करदे सर पे हाथ मेरे माँ धर दे तू जो दया ज़रा सी करदे सर पे हाथ मेरे माँ धर दे हो जाये दुखड़े दूर कट जाये हर एक विपदा मेरी मैं खड़ा द्वारे पे पल पल मैं खड़ा द्वारे पे पल पल करू मैं विनती तेरी माँ मैं खड़ा द्वारे पे पल पल करू मैं विनती तेरी तेरी किरपा हो जाये बिगड़े काम बने सब मैया तेरी किरपा हो जाये बिगड़े काम बने सब मैया मैं रब को ना मानु मेरे लिए तू ही रब मैया तेरी ज्योत जगे दिन रात तेरी जोत जग्गे दिन रात दुनिया माने शक्ति तेरी मैं खड़ा द्वारे पे पल पल करू मैं विनती तेरी मैं खड़ा द्वारे पे पल पल करू मैं विनती तेरी कहते है तेरे दिल में नदिया ममता की है बहती कहते है तेरे दिल में नदिया ममता की है बहती करे प्यार दुलार बड़ा तू भक्तो के अंग संग रहती तेरी दया का अंत नहीं तेरी दया का अंत नहीं करदे दूर मुसीबत मेरी मैं खड़ा द्वारे पे पल पल करू मैं विनती तेरी मैं खड़ा द्वारे पे पल पल करू मैं विनती तेरी मूरख अज्ञानी हूँ मुझको ज्ञान नहीं है कोई मूरख अज्ञानी हूँ मुझको ज्ञान नहीं है कोई तेरी महिमा क्या जानूंपूजा ध्यान नहीं है कोई गर खोल से अंखिया तू गर खोल से अंखिया तू फिर तो खुल जाए किस्मत मेरी मैं खड़ा द्वारे पे पल पल करू मैं विनती तेरी मैं खड़ा द्वारे पे पल पल करू मैं विनती तेरी जग जननी ऐ माता ज्योतो वाली शेरो वाली जग जननी ऐ माता ज्योतो वाली शेरो वाली तू चाहे तो भर दे पल में भक्त की खाली झोली कहे फिर तू भवरों में कहे फिर तू भवरों में नैया फसी है नैया मेरी मैं खड़ा द्वारे पे पल पल करू मैं विनती तेरी ॥ मैं खड़ा द्वारे पे पल पल करू मैं विनती तेरी ॥ तू जो दया ज़रा सी करदे सर पे हाथ मेरे माँ धर दे तू जो दया ज़रा सी करदे सर पे हाथ मेरे माँ धर दे हो जाये दुखड़े दूर कट जाये हर एक विपदा मेरी मैं खड़ा द्वारे पे पल पल करू मैं विनती तेरी माँ मैं खड़ा द्वारे पे पल पल करू मैं विनती तेरी माँ मैं खड़ा द्वारे पे पल पल करू मैं विनती तेरी