Lag Ja Gale Se Phir
Lata Mangeshkar
4:18दिन जा रहें है के रातों के साये अपने समीरे बाकि उठाये दिन जा रहें है के रातों के साये अपने समीरे बाकि उठाये दिन जा रहें है के रातों के साये जब कोई डूबा रातों का तारा कोई सवेरा वापस ना आया वापस जो आये विरान साये दिन जा रहे है के रातों के साये जीना था कोई मुश्किल नहीं था मगर डूबने को साहिल नहीं वा साहिल पे कोई अब तो बुलावे दिन जा रहें है के रातों के साये कांटो की चोरी टूटे ना टूटे जरा जिंदगी से दामन तो छूटे कोई जिंदगी के हाथ ना आये दिन जा रहे हैं के रातों के साये अपने समीरे बाकि उठाये दिन जा रहे है