Ek Pyar Ka Naghma Hai
Lata Mangeshkar, Mukesh
4:48तेरे बिना ज़िन्दगी से कोई शिकवा तो नहीं शिकवा नहीं शिकवा नहीं शिकवा नहीं तेरे बिना ज़िन्दगी भी लेकिन ज़िन्दगी तो नहीं ज़िन्दगी नहीं ज़िन्दगी नहीं ज़िन्दगी नहीं तेरे बिना ज़िन्दगी से शिकवा तो नहीं काश ऐसा हो तेरे क़दमों से चुन के मंज़िल चलें और कहीं दूर कहीं काश ऐसा हो तेरे क़दमों से चुन के मंज़िल चलें और कहीं दूर कहीं तुम गर साथ हो मंज़िलों की कमी तो नहीं तेरे बिना ज़िन्दगी से कोई शिकवा तो नहीं शिकवा नहीं शिकवा नहीं शिकवा नहीं जी में आता है तेरे दामन में सर छुपा के हम रोते रहें रोते रहें जी में आता है तेरे दामन में सर छुपा के हम रोते रहें रोते रहें तेरी भी आँखों में आँसुओं की नमी तो नहीं तेरे बिना ज़िन्दगी से कोई शिकवा तो नहीं शिकवा नहीं शिकवा नहीं शिकवा नहीं तेरे बिना ज़िन्दगी भी लेकिन ज़िन्दगी तो नहीं ज़िन्दगी नहीं ज़िन्दगी नहीं ज़िन्दगी नहीं तुम जो कह दो तो आज की रात चाँद डूबेगा नहीं रात को रोक लो तुम जो कह दो तो आज की रात चाँद डूबेगा नहीं रात को रोक लो रात की बात है और ज़िन्दगी बाकी तो नहीं तेरे बिना ज़िन्दगी से कोई शिकवा तो नहीं शिकवा नहीं शिकवा नहीं शिकवा नहीं तेरे बिना ज़िन्दगी भी लेकिन ज़िन्दगी तो नहीं ज़िन्दगी नहीं ज़िन्दगी नहीं ज़िन्दगी नहीं तेरे बिना ज़िन्दगी से शिकवा तो नहीं