Ajib Dastan Hai Yeh
Lata Mangeshkar
5:16तेरी आँखों के सिवा दुनिया में रखा क्या है तेरी आँखों के सिवा दुनिया में रखा क्या है ये उठे सुबह चले ये झुके शाम ढले मेरा जीना मेरा मरना इन्हीं पलकों के तले तेरी आँखों के सिवा दुनिया में रखा क्या है ये हों कहीं इनका साया मेरे दिल से जाता नहीं इनके सिवा अब तो कुछ भी नज़र मुझको आता नहीं ये हों कहीं इनका साया मेरे दिल से जाता नहीं ये उठे सुबह चले ये झुके शाम ढले मेरा जीना मेरा मरना इन्हीं पलकों के तले तेरी आँखों के सिवा दुनिया में रखा क्या है आ आ आ आ आ आ ठोकर जहाँ मैने खाई इन्होंने पुकारा मुझे ये हमसफ़र हैं तो काफ़ी है इनका सहारा मुझे ठोकर जहाँ मैने खाई इन्होंने पुकारा मुझे ये उठे सुबह चले ये झुके शाम ढले मेरा जीना मेरा मरना इन्हीं पलकों के तले तेरी आँखों के सिवा दुनिया में रखा क्या है ये उठे सुबह चले ये झुके शाम ढले मेरा जीना मेरा मरना इन्हीं पलकों के तले तेरी आँखों के सिवा दुनिया में रखा क्या है तेरी आँखों के सिवा दुनिया में रखा क्या है