Kya Hua Tera Vada
Mohammed Rafi, Sushma Shrestha
4:18लिखे जो ख़त तुझे वो तेरी याद में हज़ारों रंग के नज़ारे बन गए लिखे जो ख़त तुझे वो तेरी याद में हज़ारों रंग के नज़ारे बन गए सवेरा जब हुआ तो फूल बन गए जो रात आई तो सितारे बन गए लिखे जो ख़त तुझे कोई नग़मा कही गूँजा कहा दिल ने ये तू आई कहीं चटकी कली कोई मैं ये समझा तू शरमाई कोई खुशबू कहीं बिखरी लगा ये ज़ुल्फ़ लहराई लिखे जो ख़त तुझे वो तेरी याद में हज़ारों रंग के नज़ारे बन गए सवेरा जब हुआ तो फूल बन गए जो रात आई तो सितारे बन गए लिखे जो ख़त तुझे जहाँ तू है वहाँ मैं हूँ मेरे दिल की तू धड़कन है मुसाफ़िर मैं तू मंज़िल है मैं प्यासा हूँ तू सावन है मेरी दुनियाँ ये नज़रे हैं मेरी जन्नत ये दामन है लिखे जो ख़त तुझे वो तेरी याद में हज़ारों रंग के नज़ारे बन गए सवेरा जब हुआ तो फूल बन गए जो रात आई तो सितारे बन गए लिखे जो ख़त तुझे