Barbad-E-Mohabbat Ki Dua
Mohd.Rafi
6:36हो के मायूस तेरे दर से, सवाली ना गया झोलियान भर गई, सबकी कोई खाली ना गया हो के मायूस तेरे दर से, सवाली ना गया हो के मायूस तेरे दर से, सवाली ना गया ना गया, ना गया, ना गया झोलियान भर गई, झोलियान भर गई झोलियान भर गई, सबकी कोई खाली ना गया झोलियान भर गई, भर गई झोलियान भर गई, सबकी कोई खाली ना गया खाली ना गया, खाली ना गया झोलियान भर गई, सबकी कोई खाली ना गया झोलियान भर गई तेरे दरबार में जो भी, परेशान हो के आए परेशान हो के आए दुआएँ दे के जाए और मुरादें ले के जाये आहा मुरादें ले के जाये तू रहमत का फरिश्ता है, तू उजड़े घर बसाए तू रूहों का मसीहा है, तू हर गमको मीटाये आ आ आ अहल-ए-दिल अहल-ए-मोहब्बत पे, इनायत है तेरी तूने डुबों को उबारा है, ये शोहरत है तेरी अनोखी शान तेरी, निराली आन तेरी अनोखी शान तेरी, निराली आन तेरी तू मस्ती का खजाना, तेरा हर दिल दीवाना तू मस्ती का खजाना, तेरा हर दिल दीवाना तू महबूब-ए-खुदा है, तू हर गम की दवा है तभी तो सब कहते हैं, कहते हैं, कहते हैं हो के मायूस तेरे दर से, सवाली ना गया हो के मायूस तेरे दर से, सवाली ना गया झोलियान भर गई, सबकी कोई खाली ना गया झोलियान भर गई, सबकी कोई खाली ना गया झोलियान भर गई जमाल-ए-यार देखा है, जमाल-ए-यार देखा है जमाल-ए-यार देखा रुक-ए-दिलदार देखा है, रुक-ए-दिलदार देखा रुक-ए-दिलदार देखा किसी का नाजनी जलवा, सर-ए-दरबार देखा तमन्नाओं के सहारा मे, हसीन गुलज़ार देखा हसीन गुलज़ार देखा हा हा हा हा जबसे देखा है तुझे, दिल का अजब आलम है जान-ओ-ईमान भी अगर नज़र करूँ, तो कम है था जो सुनने मे आया, तुझे वैसा ही पाया है था जो सुनने मे आया, तुझे वैसा ही पाया तू अरमानों का साहिल, तू उम्मीदों की मंज़िल तू अरमानों का साहिल, तू उम्मीदों की मंज़िल तू हर बिगड़ी बनाए तू बिच्छाड़ों को मिलाए तभी तो सब कहते हैं, कहते हैं, कहते हैं हो के मायूस तेरे दर से, सवाली ना गया झोलियान भर गई, अजि हा झोलियान भर गई सबकी कोई खाली ना गया झोलियान भर गई