Ehsan Tera Hoga Mujh Par
Mohammed Rafi
3:27मैं ये सोच कर उसके दर से उठा था के वो रोक लेगी मना लेगी मुझको हवाओं में लहराता आता था दामन के दामन पकड़कर बिठा लेगी मुझको क़दम ऐसे अंदाज़ से उठ रहे थे के आवाज़ देके बुला लेगी मुझको मगर उसने न रोका न उसने मनाया न दामन ही पकड़ा न मुझको बिठाया न आवाज़ ही दी न वापस बुलाया मई और आहिस्ता आहिस्ता बढ़ता ही आया यहाँ तक के उस से जुदा हो गया यहाँ तक के उस से जुदा हो गया जुदा हो गया मैं जुदा हो गया जुदा हो गया मैं जुदा हो गया.