Musafir

Musafir

Mohit Chauhan

Альбом: Fitoor
Длительность: 5:27
Год: 2009
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Текст песни

हम तुम थे मुसाफिर
बन गये हुंसफर
तुमको दिल ने चाहा
मिलते ही नज़र
बनके हवा च्छू गये
होश मेरे खो गये
अब तेरे सिवा कोई नही
ना जुड़ा होंगे हम कभी
हम तुम थे मुसाफिर

तुमने मेरे दिल पे जो लिख दिए
अल्फ़ाज़ वो गीत बन गये
तुमने मेरे दिल पे जो लिख दिए
अल्फ़ाज़ वो गीत बन गये

दे रही है सदायें तुमको जाने जाना
की तुम हो मेरे, हो मेरे

हम तुम थे मुसाफिर
बन गये हुंसफर
तुमको दिल ने चाहा
मिलते ही नज़र

आवाज़ दे कर मुझे च्छू लिया
घुलने लगी है यह खामोसियान
आवाज़ दे कर मुझे च्छू लिया
घुलने लगी है यह खामोसियान

दे रही है सदायें तुमको जाने जाना
की तुम हो मेरे, हो मेरे