Tum Ho
Mohit Chauhan
5:17हम तुम थे मुसाफिर बन गये हुंसफर तुमको दिल ने चाहा मिलते ही नज़र बनके हवा च्छू गये होश मेरे खो गये अब तेरे सिवा कोई नही ना जुड़ा होंगे हम कभी हम तुम थे मुसाफिर तुमने मेरे दिल पे जो लिख दिए अल्फ़ाज़ वो गीत बन गये तुमने मेरे दिल पे जो लिख दिए अल्फ़ाज़ वो गीत बन गये दे रही है सदायें तुमको जाने जाना की तुम हो मेरे, हो मेरे हम तुम थे मुसाफिर बन गये हुंसफर तुमको दिल ने चाहा मिलते ही नज़र आवाज़ दे कर मुझे च्छू लिया घुलने लगी है यह खामोसियान आवाज़ दे कर मुझे च्छू लिया घुलने लगी है यह खामोसियान दे रही है सदायें तुमको जाने जाना की तुम हो मेरे, हो मेरे