Pee Loon
Mohit Chauhan
4:46थोड़ी थोड़ी कत्थई सी उसकी आँखें थोड़ी सुरमें भरी हाँ थोड़ी थोड़ी कत्थई सी उसकी आँखें थोड़ी सुरमें भरी उसके होंठों पे मुस्कुराएं हाय दुनिया मेरी हो चखना भी चाहूँ रखना भी चाहूँ सबसे छुपाके उसे हाय रब्बा रब्बा मेरे रब्बा रब्बा मुझे बस इक झलक तो दिखा हो हो रब्बा रब्बा मेरे रब्बा रब्बा चाहे बदले में ले ले तू जान वो हो यारों मैं कैसे कहूँ क्या हुआ होश है अब कहीं है कहीं ये हवा फिरता हूँ ख़ुद को भुलाए हुवे याद मेरी मुझे तो दिला दो ज़रा बेमतलब सा जीता रहा था अब मिल गयी है वजह है यूँ तो ये दिल हाँ फिसलता नहीं मोम की बत्तियों पे पिघलता नहीं नैना वो है ना हाँ सितारें हैं दौ चाँद दिन में कभी भी निकलता नहीं टालना भी चाहूँ बुझाना भी चाहूँ मैं उन चरागों तले हाय रब्बा रब्बा मेरे रब्बा रब्बा मुझे बस एक झलक तो दिखा हो हो रब्बा रब्बा मेरे रब्बा रब्बा चाहे बदले में ले ले तू जान हां ये