Rahi Hai Daad - Talab - Lofi
Mukesh
3:20अशआ'र मेरे यूँ तो ज़माने के लिए हैं अशआ'र मेरे यूँ तो ज़माने के लिए हैं कुछ शेर फ़क़त उन को सुनाने के लिए हैं कुछ शेर फ़क़त उन को सुनाने के लिए हैं अब ये भी नहीं ठीक कि हर दर्द मिटा दें अब ये भी नहीं ठीक कि हर दर्द मिटा दें कुछ दर्द कलेजे से लगाने के लिए हैं अशआ'र मेरे यूँ तो ज़माने के लिए हैं आँखों में जो भर लोगे तो काँटों से चुभेंगे आँखों में जो भर लोगे तो काँटों से चुभेंगे ये ख़्वाब तो पलकों पे सजाने के लिए हैं ये ख़्वाब तो पलकों पे सजाने के लिए हैं अशआ'र मेरे यूँ तो ज़माने के लिए हैं