Kisie Meharban Ne Aake Meri Zindagi Saja Di
Nahid Akhtar
5:09किसी मेहबान ने आके मेरी ज़िन्दगी सजादि किसी मेहबान ने आके मेरी ज़िन्दगी सजादि मेरे दिल की धड़कनों में मेरे दिल की धड़कनों में नै आरज़ू जगा दी किसी मेहबान ने आके मेरी ज़िन्दगी सजादि मेरे दिल की धड़कनों में मेरे दिल की धड़कनों में नै आरज़ू जगा दी किसी मेहबान ने आके मेरी ज़िन्दगी सजादि मेरी चाहते का अब तक न असर हुआ किसी पैर मेरी चाहते का अब तक न असर हुआ किसी पैर उन्हें कुछ खबर नहीं है उन्हें कुछ खबर नहीं है जहा जिंदगी मिटा दे किसी मेहबान ने आके मेरी ज़िन्दगी सजादि तन्हाईया की हरदम आग़ोश का ये मंज़र ठहरा हुआ था मेरी बेताबी का समंदर बेताबी का समंदर मोझो को ाके छेड़ा हलचल कोई मचड़ी मेरे दिल की धड़कनों में मेरे दिल की धड़कनों में नै आरज़ू जगदी किसी मेहबान ने आके मेरी ज़िन्दगी सजादि मेरी ज़िन्दगी सजादि