Sajna Da Dil Torya
Zeeshan Ali
4:14आ आ आ, मैं हार गया, मैं हार गया ए इश्क सज़ा वा मर गया कैसी प्रीत निभाई हाय याद मेरी न आई हाय याद मेरी न आई बे-बाग मोहब्बत थी जो क्यों उसको आग लगाई क्यों है मुझको यारा बिन मांगे ये तन्हाई क्यों है मुझको यारा, बिन मांगे ये तन्हाई क्यों है मुझको यारा, बिन मांगे ये तन्हाई दिल तो दुखा है पर यह गिला है मिलके भी वो मिल ना सका है आंख नम क्यों दिल में गम क्यों होना ही था जो भी हुआ तेरी मेरी कहानी ना है न ना पुरानी डूबना जाना इस में पानी है बस पानी तू जीत गया मैं हार गया तू जीत गया मैं हार गया दिल बस रावे जावे हाय तेरी याद जआवे हाय तेरी याद जोवे बे बाग मोहब्बत थी जोतो उसको आग लगाई क्यों दी है मुझको यारा बिन मांगे ये तनहाई जो दे है मुझ को यारा बन मांगे ये तनहाई जो दे है मुझ को यारा बिन मांगे ये तनहाई आ