Om Jai Jagdish Hare
Nitin Mukesh
7:42जय शिव ओंकारा प्रभू जय शिव ओंकारा ब्रह्मा विष्णु सदाशिव ब्रह्मा विष्णु सदाशिव अर्धांगी धारा ओम हर हर हर महादेव जय शिव ओंकारा प्रभू जय शिव ओंकारा ब्रह्मा विष्णु सदाशिव ब्रह्मा विष्णु सदाशिव अर्धांगी धारा ओम हर हर हर महादेव एकानन चतुरानन पंचांनन राजे प्रभू पंचांनन राजे हंसासन गरुड़ासन हंसासन गरुड़ासन वृषवाहन साजे ओम हर हर हर महादेव दो भुज चारु चतुर्भुज दश भुज अति सोहें प्रभू दश भुज अतिसोहें तीनों रूप निरखते तीनों रूप निरखते त्रिभुवन जन मोहें ओम हर हर हर महादेव अक्षमाला बनमाला मुंडमालाधारी स्वामी मुंडमालाधारी चंदन मृदमग सोहें चंदन मृदमग सोहें भाले शुभकारी ओम हर हर हर महादेव श्वेताम्बर पीताम्बर बाघाम्बर अंगें प्रभू बाघाम्बर अंगें ब्रह्मादिक सनकादिक ब्रह्मादिक सनकादिक प्रेता दिक संगें ओम हर हर हर महादेव कर मध्ये कमड़ंल वक्र त्रिशूलधारी प्रभू वक्र त्रिशूलधारी सुखकारी दुखहारी सुखकारी दुखहारी जगपालनकारी ओम हर हर हर महादेव ब्रह्मा विष्णु सदाशिव जानत अविवेका प्रभू जानत अविवेका प्रणवाक्षर मे शोभित प्रणवाक्षर मे शोभित ये तीनों एका ओम हर हर हर महादेव त्रिगुण स्वामी की आरती जो कोई नर गावें प्रभू जो कोई नर गावें केहत शिवानंद स्वामी केहत शिवानंद स्वामी मनवांछित फल पावें ओम हर हर हर महादेव